युवाओं के अथक प्रयास और शाकिर और धरजु के कठिन परिश्रम से दामोदरपुरवासी सो सकें चैन की नींद ।

 



शानदार जबरदस्त ...


यह शब्द छोटा पड़ेगा भाई शाकिर और धरजु के लिए और हमारे नौजवान साथियों के लिए...


बारिश और तेज हवा के बाद लाईट का कट जाना यह हमारे यहां का परंपरा है ।


लेकिन जिस तरह कार्य के प्रति प्रतिबद्धता भाई शाकिर ने दिखाया उसे शायद ही शब्दों से बताया जा सकता हैं ।


रात के 8 बजे शाकिर और धरजु भाई हमारे यहाँ पहुँचें, निरीक्षण किया तो 3 अलग-अलग जगहों से तार टुटा था लगभग एक किलोमीटर में 3 जगह ।


उन्होंने बोला कि बहुत बड़ा समस्या है, संभव नही है कि यह आज हो पाए, क्योकि एक बहुत विशाल पेड़ सीधे तार पर टूट झूल गया था, हम सबने यह अनुरोध किया कि अगर संभव है तो प्लीज से किया जाए ।


उन्होंने कहाँ अगर कुछ लोगों का साथ, तार रस्सी और कुल्हाड़ी का प्रबंधन हो जाए तो कोशिश किया जा सकता हैं ।


हम सभी कुछ देर में 15 साथयों के साथ इकट्ठा हो गए, सभी जरूरतों के समान के साथ और फिर क्या ....


जिस बहादुरी और दिलेरी से शाकिर भाई ने काम किया है, बता नही सकते कि कितने जोश और लगन के साथ उन्होंने धरजु के साथ मिलकर 10:30 बजे तक लगभग ढाई घण्टे के कठोर परिश्रम से यह कर दिखाया ।।



जिस कार्य मे शायद कल दोपहर तक का समय लगता वह हमारे साथयों और सबसे ज्यादे शाकिर और धरजु भाई ने कर दिखाया

गौरव मिश्रा, के नेतृत्व में पूरी दामोदरपुर के युवा मणि मिश्र, अमन, घूरन, रूपेश, मज्जो, संतोष, मनु, शीतेश, संतोष (राणा ) सुनील और अन्य भाइयों के भी जिन्होंने पूरी लग्नता से घुटने भर पानी मे हेल-हेल कर तार खींचने से लेकर गाछ के टहनियों को छांटने का काम किया ।


इस 3 घण्टे के परिश्रम के बाद भीषण गर्मी मे ग्रामीणों ने रात सुकून से गुजारी ।