अनाज वितरण में घोटाला, लोगों को लूट बन रहा लाखों का कारोबार ।।

यह FPS मधुबनी जिला के अन्तर्गत बेनीपट्टी अनुमंडल के बनकट्टा पंचायत दामोदरपुर ग्राम के रामेश्वर नायक डीलर के सुपुत्र के नाम पर चल रहा है जिनका नाम अजय नायक है । इनका FPS संख्या 1207003000560 है । Food and consumer protection Department BIHAR Govt. के द्वारा देश में करोना  वायरस को देखते हुए गरीब को अन्न की कमी न हो, इसके लिए सरकार ने कदम उठाए हैं. सरकार ने 80 करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों को अगले तीन महीने तक प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज (गेहूं अथवा चावल) और प्रति परिवार एक किलो दाल मुफ्त देने की घोषणा की है. यह 5 किलो अनाज राशन कार्ड पर मिलने वाले मौजूदा कोटा के अतिरिक्त होगा.  


मुझे भी 4 लोगों के नाम पर 20 किलो अनाज मुफ्त दिया गया लेकिन उसका भी मुझसे 2 रुपए प्रति किलो की दर से पैसा लिया गया,नीचे दिए गए  रसीद को आप देखिए मुझसे टोटल ₹64  रुपए लिए गए और रसीद पर दाल भी लिखा हुआ है लेकिन नहीं मिला है ।

 बात 2 रुपए की नहीं है लेकिन समस्त लोगों की बात करें तो PHH और AAY  को मिलाकर  राशनकार्ड धारियों की कूल संख्या 1955 है  ।।

इस तरह से अगर एक परिवार में 4 लोग भी है तो औसतन 1955  × 4 =9775 लोगों के नाम पर मिल रहा  है । अगर 1955 कार्ड धारी की बात करें तो  कूल मुफ्त अनाज 48,875 किलो होता है लेकिन सभी से 2 रुपए के हिसाब से वसूला जा रहा है जो कूल मिलाकर 97,750 रुपए होता है ।। 

दूसरी समस्या यह भी है कि मुझे 2 किलो अनाज कम दिया गया,  40 किलो की जगह मुझे 38 किलो अनाज ही दिया गया ,पूछे जाने पर डीलर साहब ने बताया कि सभी राशन कार्ड धारी से हम परिवार के  प्रति व्यक्ति आधा(1/2) किलो कम अनाज देते है इसीलिए आपको चार लोगों का अनाज को आधी आधी किलो मिलाकर 2 किलो काट लिया गया है ।।

तीसरी समस्या दाल का है जो 1955 कार्डधारियों को ना देकर बेच दिया है जिसकी कुल कीमत अगर 80 रुपए से मापते है तो  1,56,400 है ।।
इस तरह से अगर 9,775 लोगों  को अगर औसतन अनुमान लगाया जाए तो  4900 किलो डीलर साहब रख लेते है ।।
जिसे बाज़ार में 1800 रुपए प्रति क्विंटल बेच दिया जाता है । जिसकी कुल कीमत 88,200 रुपए होता है ।।
इस तरह से कुल  बेईमानी आय अगर डीलर की देखी जाए तो 88,200+97,500+1,56,400=3,42,100 रुपए प्रति माह कम से कम होता है ।।

डीलर साहब से सवाल पूछे जाने पर कहा जाता है कि यही हमारा नियम है राशन लेना है तो लो नहीं तो घर जाओ ।।

मैं सरकार को बताना चाहता हूं कि यहां तो जनता को लुटा जा रहा है ।। अगर 80 करोड़ जनता के साथ भी ऐसा होता होगा तो आप अनुमान भी नहीं लगा पाएंगे की कितने रुपए की गबन एक महीने में होती है ।।

अगर पैसा लेना है तो लो लेकिन मैं यह सरकार से पूछना चाहता हूं कि फालतू का पेपर में आर्टिकल छापने की जरूरत क्या है कि मैं जनता को फ्री में अनाज देता हूं । पहली बार मैंने बनकटा पंचायत के डीलर के पास कल पहुंचा तो यहां की लूट की शर्मनाक  ब्यवस्था को देख कर दंग रह गया ।।

बिहार सरकार ने कहा है कि बिना राशन कार्ड धारी को भी राशन दिया जाय लेकिन मेरे ग्राम में ऐसा नहीं है ।
कार्ड होते हुए भी दो चार चक्कर काटना पड़ता है ।।

पूरे देश में  80 करोड़ से अधिक लोगों के पास राशन कार्ड है क्या सब जगह ऐसा ही है ।। 

दामोदरपुर से जीते मिश्रा की रिपोर्ट :)

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