जीतन राम मांझी ने महागठबंधन की मुश्किलें बढाई ।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने यह बात खरे शब्दों में बता दिया है की अगर उन्हें महागठबंधन से बराबरी की सीट नहीं मिली तो उनके सामने बहुत विकल्प मौजूद है!



इस तरह की बात कहकर हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने महागठबंधन की मुश्किलें और बना दी है उन्होंने मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया था कि उन्हें कुशवाहा से कम सीट नहीं चाहिए क्योंकि उन्होंने महागठबंधन के साथ मिलकर 3 उपचुनाव जीत दिलाने का काम किया है ऐसे में उन्हें बराबरी का सीट मिलना ही चाहिए और साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह महागठबंधन के साथ तब से हैं जब से महागठबंधन बनने की बात शुरू हुई है !

एनडीए में जाने के सवाल पर उनका कहना यह था कि एनडीए में वापस जाने का तो कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है और उन्होंने अंत में यह कहा कि 18 फरवरी को महागठबंधन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है और उन्होंने यह कह दिया है कि उनकी मांगों पर फैसला उस बैठक से पहले हो जानी चाहिए !

कुछ नए दल और कुछ नए लोग गठबंधन में शामिल होने वाले हैं जिनको 4 एवं 5 सीट मिलने की बात हो रही है लेकिन वह अपने बात पर कायम है अब देखने वाली बात यह है गठबंधन की यह मुश्किले से उन्हें कैसे निजात मिले ।